Harela Wishes in Kumaoni-हरेला की शुभकामनायें।

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Happy Harela Wishes | हरेला की शुभकामनायें .

Harela Wishes in Kumaoni | हरेला उत्तराखंड के लोकप्रिय त्यौहारों में से एक है। सावन महीने की संक्रांति यानि प्रथम दिन (01 गत्ते ) को मनाया जाने वाला यह त्यौहार प्रदेश के कुमाऊँ मंडल में हर घर में मनाया जाता है। यह त्यौहार पर्यावरण संरक्षण, खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक है। इस दिन लोग अपने आराध्य और भगवान शिव तथा उनके परिवार के डिकारों की पूजा करते हैं। हरेले की कटाई कर इसके तिनके अपने ईष्टों को अर्पित किये जाते हैं। फिर परिवार की वरिष्ठ महिला द्वारा प्रत्येक सदस्य को हरेले के तिनकों को शिरोधारण करवाते हुए आशीर्वचन ( शुभकामना ) दिए जाते हैं।  

कुमाउनी में हरेला के आशीर्वचन/हरेला की शुभकामना  (Harela Wishes in Kumaoni) कुछ इस प्रकार दिए जाते हैं - 

लाग हर्याव, लाग दशैं, लाग बग्वाव, 
जी रये जागि रये, 
स्याव जस बुद्धि है जौ, 
सूर्ज जस तराण ऐ जौ, 
आकाश बराबर उच्च है जैए, 
धरती बराबर चकाव, 
दूब जस फलिये, 
हिमाल में ह्यूं छन तक, 
गंग ज्यू में पानी छन तक, 
सिल पिसि भात खाये 
जांठि टेकि झाड़ जाये,
जी रये जागि रये.... 


आशीर्वचन का भावार्थ इस प्रकार है - आपको हरेला शुभ हो। आपको दशमी शुभ हो, आपको बग्वाली शुभ हो। आप जीते-जागते रहना, आप स्यार (लोमड़ी) की तरह चतुर और सूर्य के समान तेजस्वी, आसमान के बराबर ऊँचा और धरती के बराबर चौड़ा हो जाना, आपकी जमीन पर दूब (घास) के समान मजबूत पकड़ हो, हिमालय में जब तक बर्फ है और गंगा जी में जब तक जल है तब तक तुम जीवित रहना। तुम बुढ़ापे में सिलबट्टे में पिसा हुआ भात (चावल) खाने तक जीवित रहना। तुम जीते-जागते रहना। 

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Harela Wishes हरेला की शुभकामनायें।

हरेला पर्व वर्षा ऋतु के आगमन का स्वागत पर्व है। इस दिन से वर्षा ऋतु की शुरुवात हो जाती है। पहाड़ों में बारिश से जल स्रोत रिचार्ज होने लगते हैं। ग्रीष्म ऋतु के कारण पहाड़ों में सूखी घास पुनः उग आती है। अब पूरे पहाड़ों में हरियाली छाने लगती है।

हरेला पूरे कुमाऊँ में बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह लोकपर्व प्रकृति मूलक अन्न-धन की पूजा के रूप में मनाया जाता है। हरियाली का पर्व हरेला किसानों के लिए भी विशेष महत्व रखता है। हरेले के दिन किसान विशेषकर अच्छी फ़सल की प्रार्थना करते हैं।

इस त्यौहार को उत्तराखंड की बेटी नंदा(माता पार्वती)और भगवान शिव की पूजा के मास के रूप में भी मनाया जाता है। इसलिए यहाँ से सावन का शुभ आरम्भ भी माना जाता है। पर्व के प्रारम्भ होने से 9 दिन पूर्व  लोग घर में स्थापित मंदिर में सात प्रकार के अनाजों को मिलाकर एक टोकरी हरेला की बुवाई करते हैं। इस हरेले की टोकरी को हर रोज सुबह -शाम जल से सींचा जाता है। 9वें दिन इसकी गुड़ाई करते हैं। 10 वें दिन इस हरेले को पतीसा जाता है और अपने ईष्ट देवों को अर्पित कर परिवार के सभी जनों को शिरोधारण कराया जाता है। 

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Happy Harela Wishes - 

Ji Raye, Jaagi Raye
Yo Yo Din, Yo Mahain Kain Bhyatnai Raye
Tumari Syavak Jasi Buddhi Hai Jau
Suraj Jas Taran Ai Jau
Aakaash Jas Ucch Hai Jaye
Dharti Jas Chakaav Hai Jaye
Tumari Dubaki Jas Jad,
Patik Jas Pauv Hai Jau
Himaal Main Hyun Chhan Tak
Gangyu Main Paani Chhan Tak
Ji raye, Jaagi Raye

हरेला त्यौहार पर वृक्षारोपण की विशिष्ट परम्परा -

उत्तराखंड में हरेला त्यौहार पर पेड़ लगाने की एक विशिष्ट परम्परा है। यहाँ इस त्यौहार के दिन हर परिवार अपने आसपास खाली भूमि में विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों का रोपण करते हैं। जिनमें फलदार, छायादार पौधे प्रमुख होते हैं। वृक्षारोपण की यह परम्परा उत्तराखंड में पुरखों के समय से चली आ रही है , जिसे आज भी यहाँ के लोगों ने जीवित रखा है। मान्यता है जिस पेड़ की पौध तैयार करना कठिन होता है उसकी एक शाखा को हरेला त्यौहार के दिन जमीन पर रोप दिया जाए तो उसमें भी कोपलें निकल आती हैं और वह नया पेड़ बन जाता है।     

हरेला पर वृक्षारोपण की इस परम्परा के कारण यह त्यौहार आज बेहद ही लोकप्रिय है। विभिन्न प्रदेशों के लोग भी इस पर्व की महत्ता को देखते हुए इस पर्व की खूबियों को आत्मसात करने लगे हैं। प्रवासी उत्तराखंडी लोग आज जहां भी रहते हैं हरेला पर एक पौधे का रोपण कर पुरखों की परम्परा को जीवित रखने में योगदान देते हैं।   

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चिट्ठी के द्वारा भी भेजे जाते थे हरेला के तिनड़े -

कुमाऊँ में हरेले की समृद्ध परम्परा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कुछ सालों तक जब चिठियाँ भेजने की परम्पराएं थी। घर का सदस्य हरेला त्यौहार पर घर में मौजूद होता था  तब हरेले के तिनड़े चिट्ठियों के अंदर डालकर अपने स्वजनों को  भेजे जाते थे। आज भी कई परिवार इस परम्परा को अपनाये हुए हैं। 

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व्हाट्सअप और फेसबुक से भेजे जाने लगे अब शुभकामना सन्देश -

बदलते दौर में सूचना क्रांति ने अब चिट्ठियां भेजनी बंद करवा दी हैं। चिट्ठियों का स्थान अब व्हाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने ले ली है। लोग अब कोई भी बधाई  या शुभकामना सन्देश इन्हीं सोशल मीडिया प्लेटफार्म के द्वारा भेजने लगे हैं। 

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Happy Harela Wishes


Harela Wishes and Beautiful Quotes | Harela Whatsapp Status 

'लाग हरियाव, लाग दशैं, लाग बग्वाव,
ज़ी रया, जागी रया,
य दिन, य महैण कैं नित-नित भ्यटनै रया।
बेर जस फ़ल जया,
दुब जस पंगुर जया।
स्याव जसि बुद्धि है जौ,
स्यूं जस तराण ऐ जौ। "
तुम सब कैं सपरिवार हरियाव (हरेला) त्यार कि भौत-भौत बधै।


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आप सभी को उत्तराखण्ड के लोकपर्व हरेला की हार्दिक शुभकामनाएँ। हरेला पर्व पर्यावरण संरक्षण,खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक है। आइये इस शुभ अवसर पर हम सब मिलकर अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण कर अपनी भावी पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित करें।

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लोकपर्व  ' हरेला' की आप सभी को सपरिवार हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। हरियाली का प्रतीक यह पावन लोकपर्व आप सभी के जीवन में सुख,समृद्धि,प्रगति,उल्लास का कारक बने।
प्रकृति का सौंदर्य सदैव बना रहे।

जी रया, जागि रया,बची रया
य दिन य मास भेंटनें रया।
आकाश जस उच्च ,धरती जस चाकव है जाया।
स्यावै जस बुद्धि,शेर जस तराण है जो।
सिल पिसी भात खाया,जांठी टेकि भैर जाया।
दूब जस फैली जाया।
जी रया,जागि रया,य दिन य मास भेंटनें रया।

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जी रया, जागी रया,य दिन य महेण कैं नित-नित भ्यटने रया...! 
प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्द्धन को समर्पित उत्तराखंड के लोकपर्व #हरेला की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं। 
आइये, आज इस अवसर पर पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण हेतु अपने कर्तव्य का निर्वहन करें और अपनी सांस्कृतिक विरासत एवं लोकपर्वों को बढ़ावा दें।

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हरेला” लोकपर्व इस बात का परिचायक है कि हमारे पूर्वज वन संरक्षण और पर्यावरण को अत्यधिक महत्व देते थे. बरसात के इस मौसम में धरती की नमी के नये वृक्षों के उगने के लिये उपयुक्त होती है.
सभी लोगों से निवेदन है कि अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें और इस महत्वपूर्ण त्यौहार का सन्देश अगली पीढी तक पहुंचाने की कोशिश करें...

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Happy Harela Image
Happy Harela Image

  • Happy Harela "On the festival of Nature, A Day of Green heartiest congratulations and well wishes all of you". Today Plant a Tree.
माँ स्वरूप हमारी 'धरा' का कोई विकल्प नहीं। सभी का आह्वान करता हूँ कि प्रकृति एवं पर्यावरण को सँवारने के लिए सदैव संकल्पबद्ध रहें। पर्यावरण है, तो  हम हैं। 
आईये हरेला त्यौहार पर वृक्षारोपण करें। 
शुभ हरेला। #HappyHarela 

  • Free में हरेला त्यौहार के बधाई सन्देश यहाँ से डाउनलोड (Download) करें।