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Lati Art Uttarakhand : पहाड़ी भावनाओं को जीवंत करती कंचन की कलाकृतियां।

On: October 30, 2025 10:34 PM
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lati art uttarakhand

Lati Art Uttarakhand : आपने अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्ट्राग्राम, फेसबुक या व्हाट्सअप में कुमाऊंनी/ गढ़वाली वेशभूषा में सुन्दर कार्टून और उस पर लिखे कुछ दिल को छूने वाले शब्द जैसे हर मर्ज की है दवा, अपने पहाड़ का मौसम और हवा।’ ‘देख भुला माल्टा और नींबू तो सब खाते हैं पर जो उसकी खटाई बनाये वो पहाड़ी।’ लाटा चहा पी। ” या देख भुला ३ चीजें कभी नहीं छोड़नी चाहिए  ‘माल्टे की खटाई, शादी में लगी पिठाई, अल्मोड़ा की बाल मिठाई’ आदि-आदि के सुन्दर आर्ट/पोस्टर देखे होंगे और अपने दोस्तों, चिर-परिचितों को शेयर भी जरूर किये होंगे। आकर्षक कार्टून चित्र के माध्यम से पहाड़ की मीठी और प्यार की बोली से गुदगुदाते इन कलाकृति /पोस्टर पर एक आकर्षक ठेठ पहाड़ी शब्द लिखा देखा होगा वो है लाटि। आखिर कौन है लाटि, उत्तराखण्ड में किसे कहते हैं लाटि और कौन तैयार करता है इन लाटि आर्ट को ?

कुमाऊंनी और गढ़वाली में लाटि शब्द का प्रयोग प्यार से एक नादान (silly) लड़की के लिए किया जाता है और उत्तराखण्ड की इस लाटि आर्ट के माध्यम से पहाड़ से दूर रह रहे लोगों को अपनी संस्कृति, सभ्यता, बोली-भाषा से जोड़े रखने के लिए यह अभिनव प्रयोग कर रही हैं लैंसडाउन की कंचन जदली। 

कंचन कहती हैं लाटि का अर्थ कुमाऊंनी और गढ़वाली भाषा में नादान (silly) लड़की है। लाटि (Lati) एक सरल सा पहाड़ी किरदार है जिसमें हर पहाड़ी खुद को देख सके। लाटी आर्ट (lati art) के माध्यम से मैं हमारे पहाड़ों की संस्कृति को सरल ढंग से ज़्यादा लोगों तक पहचाना चाहती हूँ। मैं एक चित्रकार हूँ और मेरी पढ़ाई गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ आर्ट चंडीगढ़ से हुई है। बचपन पहाड़ों में बिताने के कारण मुझे पहाड़ों से बेहद लगाव है। पहाड़ों के लिए अपने प्यार को मैं अपनी कला के द्वारा दर्शाती हूँ। मैं चाहती हूँ कि सरल कार्टून (cartoon) की मदद से उत्तराखंड की संस्कृति को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुँचा सकूँ। उत्तराखण्ड से जुड़े विषय जैसे ख़ान-पान, वेशभूषा, बोलियाँ, पर्यटक आकर्षण, संगीत, लोककथाएँ, साहित्य और इतिहास जैसे देवभूमि के विविध विषयों को कवर करने का प्रयास कोशिश करती हूँ।

 
 

वास्तव में कंचन अपनी कला के माध्यम उत्तराखण्ड ख़ान-पान, वेशभूषा, बोलियाँ, पर्यटक आकर्षण, संगीत, लोककथाएँ, साहित्य को सभी लोगों तक पहुँचाने के लिए जो कार्य कर रही हैं वह हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। एक छोटे से कार्टून और उस पर लिखी लाइन हमें उत्तराखण्ड से जोड़ती है। 

 

  
 
उत्तराखण्ड टूरिज्म ने भी सराहा है लाटी आर्ट को –
कंचन द्वारा तैयार आर्ट को उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग द्वारा अपने आधिकारिक फेसबुक पेज के माध्यम से भी सभी लोगों तक शेयर किया है। 
 
पवनदीप राजन को वोट करने की अपील –
लाटी आर्ट द्वारा इंडियन आइडियल के मंच पर सुरों का जादू बिखेरने वाले प्रतिभागी उत्तराखण्ड के गौरव पवनदीप राजन का सुन्दर चित्र बनाकर इंस्ट्राग्राम, फेसबुक में वोट करने की अपील की है। 
लाटा-लाटि मग भी मंगवा सकते हैं आप अपने घर –
लाटि आर्ट को मिल रहे अपार स्नेह ने उन्हें अब बाजार में अपनी पहाड़ी कला से सजे मग को उतारने लिए प्रेरित किया है। लाटि आर्ट से संपर्क करने के लिए निम्न लिंक पर जाएँ –

 

 

पूरा लेख पढ़ने के लिए कृपया उपरोक्त शीर्षक पर टैप करें या https://www.eKumaon.com पर जाएँ।

Vinod Singh Gariya

ई-कुमाऊँ डॉट कॉम के फाउंडर और डिजिटल कंटेंट क्रिएटर हैं। इस पोर्टल के माध्यम से वे आपको उत्तराखंड के देव-देवालयों, संस्कृति-सभ्यता, कला, संगीत, विभिन्न पर्यटक स्थल, ज्वलन्त मुद्दों, प्रमुख समाचार आदि से रूबरू कराते हैं।

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