अद्वैत आश्रम मायावती - चंपावत | Advaita Ashrama Mayawati Champawat |

Advaita Ashrama Mayavati Champawa
Advaita Ashrama Mayawati Champawat  

उत्तराखंड के सीमांत जनपद चंपावत में स्थित मायावती आश्रम एक आध्यात्मिक अभ्यास, विशेषकर ध्यान के अभ्यास का स्थान है, जहां आप शांति का अनुभव करते और प्रकृति से रूबरू होते हैं। खूबसूरत पहाड़ों के बीच स्थित यह आश्रम भारतीय पर्यटकों के अलावा विदेशी पर्यटकों का लोकप्रिय आध्यात्मिक केंद्र है। यहाँ आकर वे स्वामी विवेकानंद के विचारों से जुड़ते हैं। देवदार, चीड़, बांज व बुरांश की सघन वनराजि के बीच अद्भु्त नैसर्गिक सौन्दर्य के मध्य मणि के समान यह आश्रम आगंतुकों को निर्मल शान्ति प्रदान करता है। आश्रम के चारों ओर पुराने चाय बागान पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। (Advaita Ashrama Mayawati )

मायावती आश्रम (Mayawati Ashram Lohaghat) की दूरी चंपावत से 22 किलोमीटर और लोहाघाट से 9 किलोमीटर है। सिंधु सतह से आश्रम 1940 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। 

अद्वैत आश्रम मायावती की स्थापना

मायावती में अद्वैत आश्रम (Advaita Ashrama) की स्थापना करने का श्रेय स्वामी विवेकानंद को जाता है। स्वामी विवेकानंद ने वर्ष 1896 में स्विट्जरलैंड के आल्प्स पर्वत माला देखने के बाद एक ऐसे आश्रम की परिकल्पना की जो घने वृक्षों के बीच एक ऐसे हिमालयी क्षेत्र में हो, जहाँ वे रह सकें। उनका यह सपना उनके शिष्यों ने पूरा किया और यहाँ 9 मार्च 1899 को 'अद्वैत आश्रम मायावती' की स्थापना की गयी। 

स्वामी विवेकानंद यहाँ कई बार आये तथा वर्ष 1901 में दो सप्ताह से अधिक दिनों तक रूके। उन्होंने इस क्षेत्र के बारे में कहा- 

“यही वह जगह है, जिसका सपना मैं बचपन से देखा करता था। मैंने  बार-बार सदैव यहां रहने का प्रयास किया पर इसके लिये उपयुक्त समय नहीं मिल सका तथा कार्य व्यस्तता के कारण मुझे इस धार्मिक स्थान से दूर जाना पड़ा। मैं अंतर्मन से प्रार्थना एवं आशा करता हूं और विश्वस्त भी हूं कि मेरे अंतिम दिन यही बीतेंगे। पृथ्वी के सभी स्थानों में हमारी जाति की सर्वोत्तम यादें इन्हीं पर्वतों से संबद्ध हैं।”   

मायावती आश्रम की स्थापना के बाद यह शिक्षा का केंद्र रहा है। यहाँ एक छोटा संग्रहालय और एक पुस्तकालय, जिसे स्वामी विवेकानंद ने विशेष रूप से प्रतिष्ठित किया। अल्मोड़ा के अपने तीसरे दौरे के दौरान, स्वामी विवेकानंद ने मद्रास से मायावती में ‘प्रबुद्ध भारत’ के प्रकाशन कार्यालय को स्थानांतरित करने का फैसला किया था, तब से यह प्रकाशित किया जाता है। मायावती में एक पुस्तकालय और एक छोटा सा संग्रहालय भी है। इस आश्रम को अद्वैत वेदांत के अभ्यास और उपदेश के लिए समर्पित किया था। इसी कारण से इस स्थान पर कोई भी मंदिर एवं मंदिर संबंधी भक्ति गतिविधियां नहीं होती हैं। यह केंद्र आध्यात्मिक अभ्यास, विशेषकर ध्यान के अभ्यास का स्थान है। यह पर्यटन और दर्शनीय स्थलों की यात्रा का स्थान नहीं है।

मायावती आश्रम में कार्य का समय 

  • गर्मियों में - सुबह 8:30 से 11:00 बजे तक  | दोपहर - 3:00  से 5:00 बजे तक। 
  • सर्दियों में -  सुबह 9:00 से 11:00 बजे तक  | दोपहर - 2:30 से 4:30 बजे तक। 


मायावती आश्रम में दर्शनार्थियों के लिए समय 

  • सुबह - 8:00 से 11 :00 बजे तक 
  • दोपहर - 3:00  से 5:00 बजे तक।    


कैसे पहुंचें:

हवाई से - मायावती आश्रम का नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर है। हवाई अड्डे से आश्रम की दूरी करीब 160 किलोमीटर है। पंतनगर से मायावती आश्रम के लिए आसानी से टैक्सी उपलब्ध रहते हैं।   


रेल मार्ग द्वारा - मायावती आश्रम का नजदीकी रेलवे स्टेशन टनकपुर है। मायावती आश्रम चम्पावत से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। टनकपुर रेलवे स्टेशन से पूर्णागिरि तक टैक्सी और बस आसानी से उपलब्ध हैं। मायावती आश्रम लखनऊ, दिल्ली, आगरा और कोलकाता जैसे भारत के प्रमुख स्थलों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। ट्रेन टनकपुर रेलवे स्टेशन के लिए अक्सर होती है और मायावती आश्रम टनकपुर के साथ मोटर वाहनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।


सड़क मार्ग द्वारा- यदि आप सड़क मार्ग के द्वारा मायावती आश्रम आना चाहते हैं तो आईएसबीटी आनंद विहार से  टनकपुर, लोहाघाट तक उत्तराखंड परिवहन की बसें उपलब्ध रहती हैं। टनकपुर, लोहाघाट पहुँचने के बाद आपको आसानी से मायावती आश्रम के लिए स्थानीय कैब या टैक्सी उपलब्ध रहते हैं।